Friday 27 January 2017

गणतंत्र दिवस के अवसर पर - काव्य निशा सम्पन्न


’’जग से अच्छा देश है मेरा शहर से प्यारा गाँव,
प्रातः चिड़िया चूं चूं करती कौवा काँव-काँव’’
            68वें गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर उमरिया के समीपी गाँव दुब्बार के निवासी शिवबदन यादव ने अपने गाँव में साहित्यिक संस्था वातायन के सहयोग से काव्य निशा का आयोजन किया। दुब्बार गाँव के कई लोग इस अवसर पर उपस्थित रहे। शम्भू सोनी पागलद्वारा माँ वीणापाणि की स्तुति के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।

            सर्वप्रथम मेजबान कवि शिवबदन यादव ने स्वागत गीत गाकर सभी अतिथियों का स्वागत किया। हास्य की रचना पढ़ते हुए राम लखन सिंह चौहान ने कुछ इस प्रकार गुदगुदाया जंगल में जन्मदिन सीकट मनाए, वन प्राणी सब आए। उमरिया कालरी में कार्यरत शिवानन्द पटेल ने गणतंत्र पर अपनी बात इस प्रकार कही अमर रहे गणतंत्र हमारा, जब तक चाँद-सितारा। हास्य व्यंग की रचना पढ़ते हुए शेख धीरज ने सुनाया अंध विश्वासों की गोद में जो पलते हैं, कदम-कदम पर वही रास्ता बदलते हैं। मंगठार से पधारे अनन्त उपाध्याय ने सीमा प्रहरियों के बलिदान को नमन करते हुए कहा शहादत रंग लाती है कभी खाली नहीं जाती, अमर बलिदान की बेला कभी टाली नहीं जाती। ग्राम गिंजरी से आए जगदीश पयासी ने अपनी रचना से लोगों को खूब हँसाया ज्याखर लागै छुआतू मौसी ओउ बहनेउता आंय, हमरे घर के दुइठे टोरवा कैंची अउ सरौता आंय। ग्राम परिवेश का सटीक चित्रण करते हुए नगरपालिका कर्मचारी प्रेम शंकर मिर्जापुरी ने एक गीत सुनाया ’’जग से अच्छा देश है मेरा शहर से प्यारा गाँव, प्रातः चिड़िया चूं चूं करती कौवा काँव-काँव’’। मेजवान कवि शिव बदन यादव ने जल संकट के प्रति सचेत करते हुए कहा जल ही जीवन है, जल बिन होई न काम। शिक्षक राज कुमार महोबिया ने एक शानदार गीत सुनाया अगर दुश्मन भी घर आए तो वो मेहमान लगता है, हमें हर एक पत्थर में छुपा भगवान दिखता है। उमरिया कालरी में ही कार्यरत अनिल कुमार मिश्र ने एक आवाहन करते हुए कहा एक दीप मैं लेकर आऊँ तुम भी एक लिए आना, देहरी एक करूँ मैं रोशन तुम भी एक किए आना। उमरिया नगर के वरिष्ठ रचनाकार शम्भू सोनी ने सियासत पर व्यंग करते हुए कहा राजा है शैतान शिकायत किससे करते, मंत्री है बेइमान शिकायत किससे करते। देर रात तक चले शानदार आयोजन का सफल संचालन अनिल कुमार मिश्र ने किया। शिव बदन यादव ने सभी कवियों एवं उपस्थित साहित्य सुधी जनों के प्रति आभार व्यक्त किया। 

प्रस्तुति- अनिल कुमार मिश्र, उमरिया

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