Friday, 11 May 2018

कोकिलाशास्त्र

‘कोकिलाशास्त्र’ युवा कहानीकार सन्दीप मील का कहानी संग्रह है जिसमें उनकी लिखी 12 कहानियाँ संग्रहीत हैं। सन्दीप मील की कहानियाँ प्रयोगधर्मी हैं। वह किसी एक फार्मेट में बँधकर कथा नहीं कहते हैं। उनकी कहानियों में शिल्पगत वैविध्यता के साथ-साथ विषयगत वैविध्यता भी मिलती है। विषय कोई भी हो उनकी दृष्टि बिल्कुल साफ है। वो मध्मवर्गीय प्रवृत्तियों को सिरे से अस्वीकार करते हैं। भाषा का मौलिक गुम्फन और कथा बिम्ब उनकी किस्सागोई को सबसे अलहदा कर देती है। संदीप ने भाषा के अभिजात्यपन को तोड़ा है। उन्होंने अपनी भाषा का चुनाव किताबी शब्दकोशों और कहानी की पूर्व स्थापित परम्परा से नहीं किया है। वे भाषा को उसी जमीन से निचोड़ते हैं जहाँ उनकी कहानी तैयार होती है। लोक की शैली और लोक की भाषा दोनों का खूबसूरत समन्वय सन्दीप में मिलता है।
- उमाशंकर सिंह परमार

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