बी एस त्यागी के कहानी संकलन दाई माँ को मैंने पढ़ा है। सभी कहानियाँ मानवीय मूल्यों व संवेदना की वाहक हैं। समाज में निचले पायदान पर खड़े लोगों की अमानवीय दशा के कारणों को खोजती ये कहानियाँ विकृत यथार्थ को सामने लाने में सक्षम हैं। गरीब लोगों में अभी भी मानवता सुरक्षित है। ये कहानियाँ इस बात को सिद्ध करती हैं। डा बी एस त्यागी ने सामाजिक विद्रूपता के सत्य को मानवता के सामने उघाड़कर रख दिया है।
- हरपाल सिंह अरुष, वरिष्ठ साहित्यकार
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